Media, Education & Ethics
Thursday, 6 September 2012
ख़बर तुम मालामाल हो
ख़बर तुम साबुन हो
चीनी हो माचिस हो
बाज़ार में बिकती हो
सरकार में बनती हो
ख़बर तुम दुकान हो
दलिया हो बादाम हो
साहूकार की गिरवी हो
सरकार की जिगरी हो
ख़बर तुम धंधेबाज़ हो
दलालों की हलाल हो
हलालों का मलाल हो
ख़बर तुम मालामाल हो
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